कौड़ियों के दाम बिकते हैं अब, कौड़ियों में हैं खरीदे जाते ,
धोका है? हाँ ! जनाब मंज़ूर है ये बी अब हमें;
मजबूरियां नजदीकियों की हैं , धोके ही सही;
धोके में हैं जीए जाते...
धोका है? हाँ ! जनाब मंज़ूर है ये बी अब हमें;
मजबूरियां नजदीकियों की हैं , धोके ही सही;
धोके में हैं जीए जाते...
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whoa!!!!!!!!!!!!!!
ReplyDeleteHi VB,
ReplyDeleteHindi poetry at its very best....
Beautiful n soulful n meaningful expressions!
the creation is beautiful...the reason a lil scary...wait!! quite scary
ReplyDeletethnks suruchi! =)
ReplyDeleteaMaZYing: what do you think is the reason?
why is the reason scary?
kya baat :)
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